प्रसिद्ध अभिनेता रोनित रॉय और प्रसिद्ध गायिका पद्मश्री डॉ. सोमा घोष ने कलाकार परमेश पॉल की नई कलाकृति 'द सेक्रेड नंदी' का अनावरण किया। परमेशपॉल की यह नई कलाकृती की प्रदर्शनी जहाँगीर आर्ट गैलरी में आयोजित की गई है। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. अनिल काशी मुरारका, कलाकारपृथ्वी सोनी, गौतम पाटोले, अनन्या बनर्जी, समीर मंडल, गौतम मुखर्जी, विश्वा साहनी, अमीषा मेहता और संजुक्ता बरीक उपस्थित थे।
Dr. Soma Ghosh, Ronit Roy, Paramesh Paul and Abhijit Lahiri at Paramesh Paul's The Sacred Nandi art show at Jehangir Art Gallery |
कलाकार परमेश पॉल के आध्यात्मिकता का सफर उनके बचपन से ही शुरू हुआ। तब से आध्यात्मिकता का अभ्यास ही उनके लिये उनकी चित्रकारी रही हैं।परमेश पाॅल की हर एक कलाकृति की गहराई में मग्न होकर आपको जीवन की मधुर लय का अनुभव होगा जिसके वजह से आप संपूर्ण सृष्टि से एक अलग हीभावना के साथ जुड़ जायेंगे।
परमेश पॉल के कलात्मक जीवन का सफर पश्चिम बंगाल के छोटे से गाव नादिया से शुरू हुआ। शुरूआती स्कूली दिन कला से भरे थे। कुम्हार के घर जन्मेपरमेश पॉल ने अपने इस कला को साथी बनाया। परमेश पॉल ने आगे कहा, "मैं एक कलाकार हूं जो अपने प्रयासों से आगे आया हूँ । मैंने अपने परिवार के साथइस यात्रा की शुरुआत की थी। हम देवी-देवताओं की सुंदर मूर्तियां बनाते थे, लेकिन इस्कॉन की वास्तविकता मुझे रंगकर्म में ले गई, और इसलिए शायद मेरीचित्रकारी आध्यात्मिकता और प्रकृति का एहसास कराती है। इनमें से प्रत्येक चित्रकारी की प्रतिया भारत के विभिन्न हिस्सों की यात्रा से प्रेरित है, मेरी हर कलाकृतीजो मैने देखा और अनुभव किया उस पर आधारित है।"
परमेश पॉल कहते है," मैं अपनी कला के प्रति पहले से ही इमानदार रहा हूँ। जो मुझे सही लगा मैने उसे कैनवास पर उतारा। मंदिरों से आती सुमधुर भजन औरसंगीत की आवाजें सुनकर मेरा बचपन बीता। निसर्ग से जुड़ा आकर्षण और पवित्र नंदी, देवी-देवताओं के भव्य वाहन का चित्र कैनवास पर उतारना ही मेरे मायनेमें उनकी पूजा के बराबर है। "
परमेश पॉल कि चित्रकारी में महान हिंदू आध्यात्मिक कथाओं का स्पर्श होने की वजह से उनकी हर एक चित्रकारी में एक अस्थिर ऊर्जा हैं , इसकी वजह से नंदीकी चमक और पवित्रता दोनों भौतिक और शारीरिक रूप से वैभवशाली दिखाई देती हैं। "जब मेरी कला के प्रशंसक प्रशंसा करते हैं और मेरे काम के बारे मेंमुझसे बात करने के लिए आगे आते हैं, तो मुझे लगता हैं कि मैं अपने जीवन की यात्रा को एक पूर्ण कलाकार के रूप में पूरा कर रहा हूं।"
6 मई से 12 मई 2019 तक जहांगीर आर्ट गॅलरी (क्रमांक-4) अन्य कलाप्रेमीयों-के लिये ये प्रदर्शनी खुली रहेगी।
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